खास है इस बार 2020 का गुड़ी पड़वा, पर आज भी वो बचपन का गुड़ी पड़वा याद आता है: हर्षदा पाटिल
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
मुंबई। मशहूर अभिनेत्री और मॉडल हर्षदा पाटिल जो मराठी ट्रेडिशनल ड्रेस मे कमाल की लगती है वैसे उनका कमाल तो दक्षिण भारतीय सिनेमा और मराठी सिनेमा मे अब लोगो की जुबान पर ही है उनकी सादगी, ड़ायलॉग का अंदाज कातिलाना और दिल लूटने वाला है ऐसा मैं नही उनके दर्शको का मानना है। अक्षय कुमार जैसे बड़े हिन्दी अभिनेता के साथ पैडमैन मे काम कर चुकी हर्षदा पाटिल की ऐक्टिंग मे लोग स्मिता पाटिल जैसा किरदार ढूंढते है तो श्रीदेवी जैसा चुलबुला पन और उनकी अल्हड़ जवाँ हुस्न पाते है। इस बार गुड़ी पड़वा का पर्व कोरोना के कारण खास बन गया था क्योकी कोई शूट नही और कोई इवेंट नही सब लॉकडाउन मे रद्द हो गये है तो घर मे बैठकर मास्क पहनकर हर्षदा अपनी आई और पापा के साथ गुड़ी पड़वा के बचपन की यादे ताजा कर रही है। उनका मराठी सारी पहनने का शौक तो बचपन से ही था और अपनी बहन मोनाली संग कैसे माँ से साडियो के पहनने पर बाते करती थी को याद किया। उस पल हंसी की फुलझड़ियों को बिखेरती हर्षदा नजर आई जब उन्होने अपने छोटे भाई प्रणव के बचपन की शैतानियो को याद किया की कैसे वो गुड़ी पड़वा पर दोस्तो से पूछता था कि "आज का आहे" और जब वो जबाब देते की गुड़ी पड़वा तो वो बोलता "नीट बोल गधवा "। यह बता हर्षदा मानो हँसते हँसते लोट पोट हो गयी। हर्षदा का यही चुटीला अंदाज यूपी बिहार पंजाब एमपी जैसे ग्रामीण दर्शको को उनका कायल बनाता है। उन्होने कोरोना से बचने के लिये सबको मास्क लगाने हैण्ड वॉश करने और घर मे मोदी जी के आदेश के हिसाब से रहने की अपील की और सबको गुड़ी पड़वा और नव वर्ष की बधाई देते हुए कहा की यह बुरी शक्तियो पर अच्छाई की जीत का जश्न है और गुड़ी पड़वा के इस पावन दिवस पर सारी नेगेटिव माहौल का खात्मा होगा और हर तरफ खुशहाली आयेगी।
ना जाने क्या क्या हर्षदा को याद आये जा रहा था की कैसे वो छत पर जाकर सबकी गुड़ी देखती थी और किसने सबसे अच्छा बनाया है ऐसा लग रहा था मानो हर्षदा पाटिल आज वो बचपन वाली हर्षदा बन गई हो। यही कारण है कि हर्षदा के माँ बाप अपनी बच्ची पर नाज करते है और मानो हर्षदा की खुशी उनके अपनो और माँ बाप की खुशी मे झलकती हो। यही अदा आने वाले समय मे हिन्दी सिनेमा को एक नयी श्रीदेवी के रूप मे सिनेमा घरो मे होगा।
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