आखिर कब तक टिकेगा मुर्गी जाल और घटिया सामग्री से बन रहा यह शौचालय, ऐसे तो योगी जी और मोदी जी का सपना कभी ना होगा पूरा
आखिर कब तक टिकेगा मुर्गी जाल और घटिया सामग्री से बन रहा यह शौचालय, ऐसे तो योगी जी और मोदी जी का सपना कभी ना होगा पूरा
राकेश दूबे
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
जरहां, म्यौरपुर। सोनभद्र जनपद के ब्लॉक म्योरपुर के जरहा न्याय पंचायत अन्तर्गत लीलाडेवा ग्राम पंचायत में भारत सरकार माननीय प्रधानमंत्री जी के सपनों की योजना स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत वित्तीय वर्ष 2019- 20 में जितने भी शौचालयों का निर्माण ग्राम प्रधान के द्वारा कराये गये है सभी प्रयोग विहीन और घटिया किस्म का है सभी शौचालयों का छत व गड्ढे का छत मुर्गी के जाली का ढालकर बनाये गए है और शौचालय का दीवार का बुनियाद केवल एक ईंट का है।
तथा शौचालय का दरवाजा घटिया किस्म का है अधिकांश शौचालयों का दरवाजा तो चन्द दिनों में ही टूट गया।लाभार्थी एक बार से दो बार शौच करने गया ही नहीं कारण की उक्त शौचालयों में शौच व पानी गड्ढे में नीचे जाता ही नहीं। सारे शौचालय प्रयोग विहीन है।इस प्रकार ग्राम प्रधान के द्वारा ऐसे घटिया किस्म का शौचालय बनवाकर गरीब आदिवासियों के साथ घोर छल किया गया है और भारत सरकार के प्रति शौचालय 12000 का गमन किया गया है।इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2020-21 के शौचालय बनाये जा रहे है जो कि पुराने नक्से पर ही बनवाया जा रहा है शौचालय का बुनियाद मात्र एक ईंट और मानक के विपरीत बनाये जा रहे है।
शौचालय का गड्ढा लाभार्थी से स्वयं खोदवाया जा रहा है जिसकी मजदूरी ग्राम प्रधान द्वारा नहीं दी जाती है।कुछ ऐसे भी लाभार्थी हैं जिनसे ग्राम प्रधान ने शौचालय का गड्ढा खोदवाये वर्षों बीत गये परन्तु शौचालय आज तक नहीं बनवाया गया।और कुछ ऐसे भी मजदूर है जिनका मजदूरी आज तक नहीं दिया गया।ग्राम पंचायत लीलाडेवा गरीब आदिवसी बाहुल्य ग्राम पंचायत है लॉक डाउन के इस विषम परिस्थितियों में गरीब आदिवासी जहाँ भुखमरी के कगार पर खड़ा है जिसका नाजायज फायदा उठाया जा रहा है।सरकार गरीबों के लिये तमाम योजनायें बनाकर लाभान्वित करने की कोशिश कर रही है परन्तु ऐसे लोग गरीबों के लिए बाधक बनकर खड़े हैं।ग्राम प्रधान के ऐसे रवैये से ग्राम पंचायत लीलाडेवा के लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
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