फ्लाईओवर गिर गया कोई बड़ी बात नहीं : वशिष्ट गोयल
- पहले भी हीरो हौंडा फ्लाईओवर का हिस्सा गिरा क्या हुआ
- यहां फ्लाईओवर पानी में डूबे या गिर जाए एजेंसियों पर नहीं होती कार्रवाई
- सरकारी लैब में फ्लाई ओवरों के मटेरियल की कराई जाए जांच
रिटायर्ड मेजर सतबीर शर्मा
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
गुड़गांव ।बादशाहपुर में 6 किलोमीटर लंबा बन रहे निर्माणाधीन फ्लाईओवर गिरने पर नव जन चेतना मंच के संयोजक वशिष्ठ कुमार गोयल ने गुस्सा जाहिर किया और कहा कि अब तो ऐसा लगता है कि गुरुग्राम में कोई फ्लाईओवर गिर जाए यहां के प्रशासनिक अधिकारियों और सरकार के लिए कोई नई बात और बड़ी बात नहीं है। अभी हाल ही में हीरो होंडा चौक फ्लाईओवर का हिस्सा गिरा था। 2 महीने तक दिल्ली जयपुर नेशनल हाईवे पर आवागमन फ्लाईओवर पर बंद था। किस एजेंसी पर कार्रवाई हुई अब निर्माणाधीन एलिवेटेड फ्लाई ओवर गिर गया है तो भी कोई बड़ी बात नहीं है क्योंकि गुरुग्राम में अंडर पास में पानी भर जाए। फ्लाईओवर पानी में डूब जाए या फ्लाईओवर गिर जाए यहां ना ही निर्माण करने वाली कंपनियों पर कार्रवाई होती है और ना ही सरकार कोई ठोस कदम उठाती है। वशिष्ट कुमार गोयल ने कहा है कि जो कंपनी फ्लाईओवर बना रही है क्या गारंटी है फ्लाईओवर दोबारा से बनने के बाद वह फ्लाईओवर सुरक्षित होगा। इस तरह के हादसे को हल्के में नहीं लेना चाहिए। सरकार को ऐसी कंपनी का टेंडर तत्काल प्रभाव से रद्द करना चाहिए जिससे कि निर्माण में काम करने वाली दूसरी कंपनियों को सबक मिल सके। उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की है कि जो फ्लाईओवर गिरा है उसकी जांच करके लापरवाही का पता लगाना चाहिए। साथ ही बिल्डिंग मटेरियल के इस्तेमाल की भी जांच होनी चाहिए जिससे कि किसी भी बड़े हादसे से बचा जा सके। वशिष्ठ कुमार गोयल ने कहा कि गुरुग्राम में बने जितने भी अंडरपास और फ्लाईओवर हैं सभी संदिग्ध नजर आते हैं। अभी हाल ही में बारिश के दौरान इफको चौक फ्लाईओवर के पास भी सड़क 2 फुट नीचे धंस गई थी। बार-बार जो लापरवाही सामने आ रहे हैं इससे खतरा बढ़ता जा रहा है उन्होंने कहा कि शहर के जितने भी फ्लाईओवर और अंडरपास बने हैं। सभी के मटेरियल की जांच एक बार सरकारी लैब में जरूर कराई जाए जिससे कि आगामी समय में किसी भी बड़ी दुर्घटना और घटना को रोकने में सफलता मिल सके।
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