कोरोना के सामने आ रहे मामलों के बीच अच्छी खबर-हिमाचल हर्ड इम्युनिटी के शुरूआती स्टेज में
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने जब से कार्यभार संभाला है हर चीज पटरी पर आने लगी
विवेक अग्रवाल
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
उना। कोरोना के सामने आ रहे मामलों के बीच अच्छी खबर यह है कि प्रदेश अब हर्ड इम्युनिटी की तरफ बढ़ रहा है। कहा जा सकता है कि हिमाचल हर्ड इम्युनिटी के शुरूआती स्टेज में है। प्रदेश में एंटीबाडीज का पता लगाने के लिए सीरो सर्वे भी किया गया था, जिसमें एंटीबॉडीज विकसित होने का पता चला है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने जब से कार्यभार संभाला है हर चीज पटड़ी पर आने लगी है। उनका कहना है कि सरकार एक बार व्यापक सर्वे करेगी जिसमें हर्ड इम्युनिटी का पता चलेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की है कि तीन बातों का हमेशा ध्यान रखें। मॉस्क को नाक तक पहनें, हाथ बार-बार धोते रहें या सेनिटाइज करें। भीड़ वाले क्षेत्रों में सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ध्यान रखें। हिमाचल में कोरोना संकट के दौरान पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर मैनिफोल्ड की खरीद की गई थी, जिसमें पर विपक्ष ने सवाल उठा दिए हैं। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया था कि यह दोनों खरीद महंगे दामों पर की गई है, जबकि पंजाब ने सस्ते दामों पर खरीदे हैं, इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस विपक्ष में होती है तब निम्नता की सारी हदें लांघ देती हैं। पहले वेंटीलेंटर खरीद पर सवाल उठाए, जब तथ्य सामने आए तो चुप हो गए और अब कुछ कह नहीं कह रहे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है। कौल सिंह ठाकुर घटिया आरोप लगा रहे हैं। गहराई में जाकर तथ्यों पर आरोप लगाते तो पता चलता। सैजल ने कहा कि जो भी खरीद हुई है, वो सीपीडब्ल्यूडी के जरिए की गई है, जो विशेषज्ञता प्राप्त एजेंसी है। हिमाचल में कुल कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 19135 है, जिसमें 2593 एक्टिव मामले और 16175 ठीक हो चुके हैं. अब तक 267 लोगों की मौत हो चुकी है। हिमाचल में रोजाना 3100 से 3200 टेस्ट हो रहे हैं जिन्हें 4000 हजार तक बढ़ाने की योजना है। उन्होंने यह भी कहा है कि हिमाचल में आयुर्वेद क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें शीघ्र ही तलाशने का प्रयास किया जाएगा। प्रदेश में जयराम सरकार की ओर से 1250 चिकित्सकों की तैनाती की गई है और लक्ष्य निर्धारित किया गया है कि आगामी एक वर्ष में चिकित्सकों की कमी को पूरा कर लिया जाएगा। विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को पूरा करने का भी प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश भर में हिमाचल एक ऐसा राज्य है जहां पर जनसंख्या के अनुपात में सबसे अधिक मेडिकल कॉलेज हैं।
उना। कोरोना के सामने आ रहे मामलों के बीच अच्छी खबर यह है कि प्रदेश अब हर्ड इम्युनिटी की तरफ बढ़ रहा है। कहा जा सकता है कि हिमाचल हर्ड इम्युनिटी के शुरूआती स्टेज में है। प्रदेश में एंटीबाडीज का पता लगाने के लिए सीरो सर्वे भी किया गया था, जिसमें एंटीबॉडीज विकसित होने का पता चला है। स्वास्थ्य मंत्री डॉ. राजीव सैजल ने जब से कार्यभार संभाला है हर चीज पटड़ी पर आने लगी है। उनका कहना है कि सरकार एक बार व्यापक सर्वे करेगी जिसमें हर्ड इम्युनिटी का पता चलेगा। स्वास्थ्य मंत्री ने लोगों से अपील की है कि तीन बातों का हमेशा ध्यान रखें। मॉस्क को नाक तक पहनें, हाथ बार-बार धोते रहें या सेनिटाइज करें। भीड़ वाले क्षेत्रों में सोशल डिस्टेसिंग का पूरा ध्यान रखें। हिमाचल में कोरोना संकट के दौरान पल्स ऑक्सीमीटर, ऑक्सीजन सिलेंडर मैनिफोल्ड की खरीद की गई थी, जिसमें पर विपक्ष ने सवाल उठा दिए हैं। पूर्व स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने आरोप लगाया था कि यह दोनों खरीद महंगे दामों पर की गई है, जबकि पंजाब ने सस्ते दामों पर खरीदे हैं, इस पूरे मामले पर स्वास्थ्य मंत्री डा. राजीव सैजल ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि जब कांग्रेस विपक्ष में होती है तब निम्नता की सारी हदें लांघ देती हैं। पहले वेंटीलेंटर खरीद पर सवाल उठाए, जब तथ्य सामने आए तो चुप हो गए और अब कुछ कह नहीं कह रहे। उन्होंने कहा कि सरकार के पास छुपाने के लिए कुछ भी नहीं है। कौल सिंह ठाकुर घटिया आरोप लगा रहे हैं। गहराई में जाकर तथ्यों पर आरोप लगाते तो पता चलता। सैजल ने कहा कि जो भी खरीद हुई है, वो सीपीडब्ल्यूडी के जरिए की गई है, जो विशेषज्ञता प्राप्त एजेंसी है। हिमाचल में कुल कोरोना पॉजिटिव मामलों की संख्या 19135 है, जिसमें 2593 एक्टिव मामले और 16175 ठीक हो चुके हैं. अब तक 267 लोगों की मौत हो चुकी है। हिमाचल में रोजाना 3100 से 3200 टेस्ट हो रहे हैं जिन्हें 4000 हजार तक बढ़ाने की योजना है। उन्होंने यह भी कहा है कि हिमाचल में आयुर्वेद क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं, जिन्हें शीघ्र ही तलाशने का प्रयास किया जाएगा। प्रदेश में जयराम सरकार की ओर से 1250 चिकित्सकों की तैनाती की गई है और लक्ष्य निर्धारित किया गया है कि आगामी एक वर्ष में चिकित्सकों की कमी को पूरा कर लिया जाएगा। विशेषज्ञ चिकित्सकों की कमी को पूरा करने का भी प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि देश भर में हिमाचल एक ऐसा राज्य है जहां पर जनसंख्या के अनुपात में सबसे अधिक मेडिकल कॉलेज हैं।
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