प्रशासनिक ढांचे में फेरबदल होने से प्रदेश के आला अफ़सरों का मनोवल गिरेगा:चौधरी राम कुमार
सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे को निशाना बना रही
विवेक अग्रवाल
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
ऊना. प्रदेश में प्रशासनिक फेरबदल पर प्रदेश काग्रेंस कमेटी के उपाध्यक्ष एवं दून विस के पूर्व विधायक,जिप के पूर्व चैयरमैन तेज तर्रार नेता चौधरी राम कुमार ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी नाकामी छिपाने के लिए प्रदेश के प्रशासनिक ढांचे को निशाना बना रही है, लेकिन ताश के पत्ते फेंटते रहने से जोकर हुकुम का इक्का नहीं बन जाता। प्रजातंत्र में जनता द्वारा चुनी हुई सरकारों का यह दायित्व बनता है कि वह जनता की उम्मीदों पर खरा उतरे और चुनाव में किए गए वादों को पूरा करे लेकिन इससे उलट प्रदेश में भाजपा सरकार अपनी घोषणाओं को पूरा न होते देख सारा ठीकरा प्रशासनिक अधिकारियों के ऊपर थोप रही है।
चौधरी ने मीडिया से वतियाते कहा कि सरकार ये भूल चुकी है लिए चुने हुए प्रतिनिधियों की जिम्मेदारी है कि वो अधिकारियों से काम लें, लेकिन दिशाहीन सरकार यह करने में विफल रही है जब अधिकारियों को स्पष्ट रूप से यही नहीं बताया जाएगा कि सरकार की नीति क्या है और प्रदेश हित में दूरगामी क्या कार्य करने हैं तो ऐसा होना संभव है ये वर्तमान सरकार की भड़ास है जिसे वो तबादलों के रूप में अधिकारियों के ऊपर निकाल रही है। जब किसी भी अधिकारी को एक पद पर थोड़ा समय भी रुकने नहीं दिया जाएगा तो आप उसकी कार्यप्रणाली पर कैसे शक कर सकते हैं । ऐसा तो नहीं कि बाहरी दबावों के चलते इस प्रकार की फेरबदल प्रदेश के अंदर किए गए हों ? बार-बार प्रशासनिक ढांचे में फेरबदल होने से प्रदेश के आला अफ़सरों का मनोबल गिरा है और जनता का भी सरकार के ऊपर से विश्वास उठ चुका है, यह साफ़ हो चुका है अपनी विफलता का ठीकरा सरकार दूसरों पर फोडऩा चाहती है। बार-बार के फेरबदल से प्रदेश में विकास की गति रूक गई है, जिस सरकार को यह नहीं पता कि किस अधिकारी से उसे क्या काम लेना है , उससे प्रदेश की जनता क्या उम्मीद कर सकती है।
कहा कि दून विस में जिस भी एरिया में वह दौरे पर जाते हैं वहां लोग उनहें वताते हैं कि सारे विकास के काम जिस गति से होने चाहिए थे से न होकर ठप्प से होकर रह गए हैं ।
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