कैनविन का कमाल...4 महीने में 205 लोगों से डोनेट कराया प्लाज्मा
- जब तक दवाई नहीं तब तक इंसान के पास है इंसान का उपचार
- कुल प्लाज्मा डोनेशन का 62 प्रतिशत डोनेशन में कैनविन का सहयोग
- प्लाज्मा बैंक की स्थापना के पहले दिन ही कराए थे 4 प्लाज्मा डोनेट
सोशल काका
लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया
गुरुग्राम। मिलेनियम सिटी गुरुग्राम में चिकित्सा के क्षेत्र में अग्रणी संस्था कैनविन फाउंडेशन उन लोगों के लिए रामबाण साबित हो रही है, जो लोग कोरोना संक्रमित हुए। उन्हें प्लाज्मा की जरूरत पड़ी तो कैनविन की टीम दिन-रात उनकी सेवा में खड़ी रही और खड़ी है। संस्था के सकारात्मक प्रयासों से ही प्लाज्मा बैंक की स्थापना से अब तक 4 माह में 205 लोगों के प्लाज्मा डोनेट करवा दिए गए हैं। संस्था के इस अनुकरणीय कार्य की खूब सराहना हो रही है।
शहर के कादीपुर स्थित रोटरी ब्लड बैंक में प्लाज्मा बैंक की स्थापना 30 जुलाई को की गई थी। स्थापना के दिन ही कैनविन फाउंडेशन ने कोरोना से ठीक हुए 4 लोगों का प्लाज्मा डोनेट कराया। संस्था के इस कार्य की जिला उपायुक्त अमित खत्री व सीएमओ डा. विरेंद्र यादव ने सराहना की। वे लगातार कैनविन की टीम को प्रेरित और मार्गदर्शन करते रहते हैं। इसके साथ ही रोटरी ब्लड एवं प्लाज्मा बैंक के इंचार्ज सुनील तनेजा भी पूरी तन्मयता से इसमें सहयोग कर रहे हैं।
प्लाज्मा बैंक की स्थापना होने के बाद कैनविन फाउंडेशन के संस्थापक डीपी गोयल, सह-संस्थापक नवीन गोयल ने अपनी टीम के साथ अधिक से अधिक प्लाज्मा डोनेट की दिशा में युद्ध स्तर पर काम करना शुरू कर दिया। संस्था के प्रयासों से अब तक 205 लोगों का प्लाज्मा डोनेट कराया जा चुका है। जिले में कुल 332 प्लाज्मा डोनेट हुए हैं। डीपी गोयल व नवीन गोयल ने कहा है कि करो प्लाज्मा दान-बचाओ किसी की जान। उन्होंने कहा कि कोरोना की अभी तक दवाई नहीं आई है। इसलिए आज इंसान ही इंसान के ईलाज का माध्यम बना हुआ है। कोरोना से ठीक हुए व्यक्ति द्वारा दिया गया प्लाज्मा कोरोना संक्रमितों के उपचार में काम आ रहा है। इसके काफी सकारात्मक परिणाम मिल रहे हैं। इसलिए सभी सामाजिक संस्थाओं से भी उनकी अपील है कि वे प्लाज्मा डोनेट कराने में अपनी भूमिका निभाएं। उन्होंने कहा कि जो कोई भी कोरोना से ठीक हुआ व्यक्ति अगर कोरोना डोनेट करना चाहता है तो संस्था के नंबर-9654000098 पर कॉल करके संपर्क कर सकता है।
प्लाज्मा डोनेट करने से शरीर में किसी भी तरह से कोई कमजोरी नहीं आती। लोग खुद भी कोरोना डोनेट करें और दूसरों को भी इसके लिए जागरुक करें, प्रेरित करें। कैनविन फाउंडेशन द्वारा मीडिया, सोशल मीडिया, शहर में हॉर्डिंग लगवाकर जन जागरण अभियान भी शुरू किया है। कोरोना से ठीक हुए लोगों को घर से प्लाज्मा बैंक तक लाने-ले जाने की सुविधा भी शुरू की। लोगों में जागरुकता भी आई।
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