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तीर्थन घाटी की ग्राम पंचायत शिल्ली के बर्तमान उपप्रधान मोहर सिंह ठाकुर फिर से चुनावी मैदान में

  • उपप्रधान ने पिछले पांच सालों में किए गए कार्यों का रिपोर्ट कार्ड किया जारी।
  • शिल्ली को आदर्श पंचायत बनाने के लिए जनता से की सहयोग और समर्थन की मांग।

परसराम भारती 

लोकल न्यूज ऑफ़ इंडिया 

तीर्थन घाटी गुशैनी बंजार। हिमाचल प्रदेश पंचायतीराज चुनाव की तिथियां घोषित होते ही कई इच्छुक प्रत्याशियों ने चुनावी जंग में उतरने के लिए ताल ठोक दी है। इसी कड़ी में बंजार ब्लॉक के तीर्थन घाटी की दूरदराज ग्राम पंचायत शिल्ली से वर्तमान उप- प्रधान मोहर सिंह ठाकुर ने एक बार फिर शिल्ही पंचायत से फिर उप-प्रधान पद की दावेदारी की है और साथ ही उन्होंने पिछले पाँच सालों में पंचायत में किए गए विकास कार्यों का रिपोर्ट कार्ड भी जारी किया है। मोहर सिंह ठाकुर का कहना है कि ग्राम पंचायत ने पिछले पांच सालों में विभिन्न तरह के विकास कार्य किए हैं जिसमें बिजली, पानी, सड़क,  शिक्षा, स्वास्थ्य और दूरसंचार जैसी मूलभूत सुविधाएं पंचायत में बहाल हुई है l उन्होंने जनता से अपील की है कि उन्हें एक बार फिर सेवा का मौका दिया जाए ताकि अधूरे पड़े विकास कार्यों को पूरा किया जा सके l


मोहर सिंह ठाकुर की छवि एक शिक्षित युवा और तेजतर्रार उपप्रधान की है जो सिर्फ अपनी पंचायत ही नहीं बल्कि जिला और प्रदेश भर की जन समस्याओं से जुड़े हुए मुद्दों को उठाते रहते हैं और उन मुद्दों को हल करते हैं l करोना और लॉकडाउन के दौरान प्रदेश में ग्रामसभा बंद थी जिस वजह से ग्रामसभाएं ना होने के कारण पात्र लाभार्थियों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन का लाभ नहीं मिल रहा था मोहर सिंह ठाकुर ने इस मुद्दे को पुरजोर तरीके से उठाया और बाद में सरकार ने सामाजिक सुरक्षा पेंशन हेतु ग्राम सभा की शर्त को हटा दिया था और हजारों लाभार्थियों को इसका लाभ हुआ l


जिला कुल्लू के क्षेत्रीय चिकित्सालय में लोगों को अपने बुजुर्गों के जन्म और मृत्यु संबंधी प्रमाण पत्र को हासिल करने में उर्दू ट्रांसलेटर को ₹600 देने पड़ते थे इसका भी इन्होंने मुद्दा उठाया और अस्पताल प्रबंधन अब इस पूरे रिकॉर्ड को ट्रांसलेट कर रहा है जिससे पूरे जिला के लोगों को अब प्रमाण पत्र हासिल करने के लिए ₹600 नहीं देने पड़ेंगे l

 इस बार ग्राम पंचायत शिल्ली अनुसूचित जाति महिला उमीदवार के आरक्षित है। इसलिए मोहर सिंह ठाकुर को स्थानीय जनता ने एक बार फिर से उपप्रधान पद का उमीदवार बनाया है।


"रिपोर्ट कार्ड" ग्राम पंचायत शिल्ही विकास खंड बंजार ज़िला कुल्लू


ग्राम पंचायत शिल्ही लगभग 8000 फीट की ऊंचाई पर बसी हुई है, विकट भौगोलिक परिस्थिति होने के बावजूद भी पंचायत ने  पिछले 5 साल में खूब तरक्की और विकास कार्य किए हैं, और पंचायत में मूलभूत सुविधाओं को बहाल करने के साथ-साथ अन्य ढांचागत विकास कार्य भी किए हैं l


1. सड़क.

ग्राम पंचायत शिल्ही का एक भी गांव सड़क सुविधा से जुड़ा हुआ नहीं था जिससे यहां के लोगों को बहुत परेशानी होती थी और सदियों से लोग सड़क की मांग कर रहे थे l

जनवरी 2016 में शपथ लेने के बाद ही पंचायत प्रतिनिधियों ने खूब मेहनत की , विभिन्न प्रकार की कागजी प्रक्रियाओं को पूरा किया और अप्रैल 2017 में पंचायत के लिए बनने वाली बठाहड़ से शिल्ल शरूँगर सड़क का कार्य आरंभ हो गया और आज यह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के अंतर्गत बनने वाली 10/800 km   सड़क बनकर तैयार है, और 40 मीटर लंबे स्टील ट्रस ब्रिज का काम भी चला हुआ है, सड़क बनने से ग्रामीणों की सदियों पुरानी मांग पूरी हो गई और सड़क बनने से पंचायत की खूब तरक्की होगी l 

पंचायत के गांव गरूली अौर परवाड़ी की 750 आबादी को जोड़ने के लिए भी सड़क प्रस्तावित है l सभी औपचारिकताएं सर्वेक्षण, भूमि दान की प्रक्रिया, पेड़ों की गणना इत्यादि पूर्ण हो चुकी है l

 इस सड़क के लिए 52 लोगों ने अपनी भूमि दान की प्रक्रिया पूर्ण की , अब वन विभाग से मंजूरी मिलते ही सितंबर- अक्टूबर 2021 तक इस सड़क 8/700 km का निर्माण कार्य शुरू होगा और पूरी पंचायत सड़क सुविधा से जुड़ जाएगी l


2. बिजली के कार्य .

पंचायत के गांव मल्हाचा में आजादी के 70 साल बाद बिजली पहुंची ,अन्य उप - गांव भूंजट ,कढारी ,थाच के लिए बिजली की योजना प्रस्तावित है, पंचायत ने विभाग से मिलकर इसके लिए सर्वेक्षण , प्राक्कलन इत्यादि प्रक्रिया पूरी कर ली है जल्द ही इन गांव को भी बिजली सुविधा से जोड़ा जाएगा l

पंचायत क्षेत्र के गांव परवाड़ी और शरूँगर में लो वोल्टेज की समस्या थी वहां पर भी दो नए ट्रांसफार्मर लगवाए गए है l


3.पेयज़जल योजनाएं .

पंचायत क्षेत्र में पेयजल की बहुत समस्या थी पेयजल योजनाओं का काम आधा अधूरा था और धरातल पर नहीं हुआ था हो इसके लिए पंचायत ने 2016 में सूचना के अधिकार अधिनियम के तहत पेयजल योजनाओं की सूचना के माध्यम से जानकारी ली जिसमें पंचायत के विभिन्न गांव के लिए 52 लाख रुपए की योजना का पता चला जो सिर्फ कागजों तक ही सीमित थी l पंचायत ने इस स्वीकृत पेयजल योजना को बहाल करने के लिए विभाग के ऊपर खूब दबाव बनाया और आज यह योजना बनकर तैयार है मल्हाचा ,गरुली-1, गरुली -2 खट्टाली चार्जर हारा गांव में पहली बार नल के माध्यम से पेयजल उपलब्ध करवाया तथा पेयजल टैंकों का निर्माण किया गया l अब पंचायत की छोटी बस्ती भूंजट , कढारी  के लिए भी योजना प्रस्तावित है उसे भी जल्द धरातल पर उतारा जाएगा l


4. शिक्षा.

पंचायत क्षेत्र के बच्चे शिक्षा प्राप्त करने हैं 8 किलोमीटर दूर पैदल बठाहड जाते थे पंचायत ने स्कूल की डिमांड की और सरकार का घेराव भी किया जिससे वर्ष 2016 में ही पंचायत के लिए उच्च विद्यालय सरकार ने खोला अब यहां के बच्चों को घर द्वार पर ही दसवीं तक की पढ़ाई हो रही है l अध्यापकों की कमी है इसके लिए सरकार से लगातार मांग की जा रही है पत्राचार किया जा रहा है l


5. दूरसंचार.


ग्राम पंचायत शिल्ही  में किसी भी कंपनी का मोबाइल नेटवर्क नहीं था यहां के लोग शेष  दुनिया से कटे रहते थे इसके लिए पंचायत प्रतिनिधियों ने खूब प्रयास किए विभिन्न कंपनियों की तकनीकी टीमें गांव में ले जाकर सर्वेक्षण करवाएंगे l

आज पंचायत के परवाड़ी  गांव में एयरटेल 4जी और जिओ 4जी के टावर लगे हुए हैं l और पूरी पंचायत नेटवर्क सुविधा से लैस है l टावर लगने से शिल्ही ही नही साथ लगती पंचायतों तूँग और मशियार  को भी इसका फायदा हुआ ,इसका सबसे ज्यादा फायदा लॉकडाउन के दौरान स्कूली बच्चों को हुआ इससे उनकी घर बैठे ऑनलाइन पढ़ाई  मैं मदद हुई और पंचायत शेष दुनिया से जुड़ चुकी है l


6. स्वास्थ्य.


ग्राम पंचायत शिल्ही मे कोई भी स्वास्थ्य संस्थान नहीं है यहां के लोगों को अपने प्राथमिक उपचार तथा गर्भवती महिलाओं और शिशुओं को टीकाकरण के लिए भी  8 किलोमीटर दूर पैदल बठाहड़ जाना पड़ता है पंचायत में पिछले काफी समय से स्वास्थ्य उप केंद्र की मांग कर रही है जिसे सरकार ने स्वीकार कर लिया है और स्वास्थ्य उपकेंद्र की पंचायत के लिए अधिसूचना भी हो चुकी है , लेकिन अभी तक इसके फंक्शनल आर्डर नहीं हुए हैं पंचायत लगातार सरकार से पत्राचार कर रही है कि स्वास्थ्य केंद्र के तुरंत फंक्शन आर्डर किए जाएं l उम्मीद है कि स्वास्थ्य उपकेंद्र के फंक्शन आर्डर जल्द होंगे और लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं घर द्वार पर ही मिलेगी l


7. मनरेगा / वित्तआयोग


विकट भौगोलिक परिस्थिति होने के बावजूद तथा सड़क सुविधा ना होने के पश्चात भी पंचायत ने मनरेगा में बेहतर कार्य किया है प्रत्येक गांव में पक्की गलियां और नालियां बनाई गई प्रत्येक गांव में पक्के धोबी घाट बनाए गए हैं व्यक्तिगत कार्यों में सिंचाई टैंक, भूमि सुधार ,बकरी शेड इत्यादि बनाए गए हैं और पंचायत अब व्यक्तिगत कार्य में लोगों की खाली जमीन पर फलदार पौधे भी नरेगा के अंतर्गत लोगों को वितरित कर रही है जिससे बागवानी बढ़ेगी और लोगों की आर्थिकी में भी सुधार होगा l


8.सामाजिक सुरक्षा योजनाएं.


पंचायत ने पिछले 5 वर्षों में 37 लाभार्थियों को बुढ़ापा, विधवा, और अपंगता पेंशन का लोगों को लाभ दिलाया है और 11 आवेदन स्वीकृति हेतु भेजे हैं जिसकी स्वीकृति मिलने के बाद इन लोगों को भी पेंशन सुविधा मिलेगी, इसके अतिरिक्त पंचायत ने पात्र महिलाओं को कल्याणकारी विभाग से सिलाई मशीनें अपंगों  की सुविधा के लिए उपकरण, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना मदर टेरेसा योजना के अंतर्गत विभिन्न लोगों को लाभ दिलाया गया है l

पंचायत ने मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना और मुख्यमंत्री ग्राम कौशल योजना के अंतर्गत भी 7 लोगों को रोजगार दिलाया है।


9. मुख्यमंत्री गृहणी सुविधा / प्रधानमंत्री उज्वला योजना.

पंचायत ने मुख्यमंत्री गृहणी सुविधा योजना और प्रधानमंत्री उज्जवला योजना का प्रचार प्रसार कर तथा पात्र परिवारों के कागजात तैयार कर के 127 पात्र परिवारों को मुफ्त घरेलू गैस कनेक्शन दिलाए हैं l इसके अतिरिक्त पंचायत समय-समय पर सरकार की अन्य योजनाओं को भी लोगों तक पहुंचाने का कार्य बखूबी कर रही है जिसमें आयुष्मान भारत, हिम केयर योजना के अंतर्गत लगभग 117 परिवारों को इन योजनाओं से जोड़ा गया है और लोग इनका लाभ भी ले रहे हैं l


 उपरोक्त सभी विकास कार्यों में पंचायत के सभी लोगों युवाओं, बुजुर्गों, महिलाओं का बहुत सहयोग रहा है जनता के सहयोग के बिना यह सब कार्य संभव नहीं थे। इन्होंने कहा कि विकास कार्यों में सहयोग करने के लिए ग्राम शिल्ली की बुद्धिमान जनता का भी हार्दिक आभार प्रकट किया है और लोगों से अपील की है कि ग्राम पंचायत शिल्ली को आदर्श पंचायत बनाने के लिए एक बार फिर से अपना सहयोग और समर्थन दें-मोहर सिंह ठाकुर

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