- मुख्यमंत्री ने दो साल के अनादि को पिलाई पोलियो की खुराक
- अंधविश्वास में दूर रहो और बच्चों को पोलियो की खुराक पिलाओ : योगी
- आत्मबल और टीम वर्क से साढ़े तीन वर्षों में हेल्थ स्ट्रक्चर को सुधारा : योगी
- देश में प्रतिदिन लगभग 2 लाख जांच करने वाला एकमात्र प्रदेश है, यूपी : योगी
- स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए हर नागरिक और बच्चे का स्वस्थ होना ज़रूरी : योगी
- एक लाख दस हज़ार बूथ पर 69 हजार हेल्थ टीमें बच्चों को पिलाएगी पोलियो ड्राप
- यूपी में पांच साल तक के तीन करोड़ 40 लाख नवजात को पिलायी जाएगी पोलियो ड्राप
लखनऊ ।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को वीरांगना अवन्ती बाई महिला चिकित्सालय में दो साल के बच्चे अनादि को पोलियो ड्राप पिलाकर प्रदेश में पल्स पोलियो अभियान का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि कोई बच्चा भले एक परिवार में पैदा होता है लेकिन वह राष्ट्र की अमूल्य धरोहर है। स्वस्थ भारत के निर्माण के लिए हर नागरिक और बच्चे का स्वस्थ होना ज़रूरी है। बच्चों के स्वास्थ्य को ठीक रखने के लिए यूपी में पांच साल तक के तीन करोड़ 40 लाख नवजात को ड्राप पिलायी जाएगी। इसके लिए प्रदेश में एक लाख 10 हज़ार बूथ बनाये गए हैं।
प्रदेश में बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने के लिए की गई व्यवस्था का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह भी कहा कि बीते स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए यूपी में बीते साढ़े तीन वर्षों में 30 नए मेडिकल कालेज दिए हैं, जबकि आजादी के बाद से वर्ष 2016 तक प्रदेश में केवल 12 मेडिकल कालेज थे। चाहे किसी भी परिस्थितियों के कारण यूपी का हेल्थ स्ट्रक्चर हमारा पुअर रहा हो, लेकिन हमारे आत्मबल और टीम वर्क के परिणाम से ही पिछले साढ़े तीन वर्षों में हेल्थ स्ट्रक्चर में हम लोगों ने काफी तेजी से सुधारा है। प्रदेश के अंदर स्वास्थ्य की तमाम सुविधाएं, चाहे डिस्ट्रिक्ट हॉस्पिटल की सुविधाएं हों, या फिर प्रदेश के अंदर लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस की ही सेवा को लेकर हो, चाहे कोरोना के जांच की सुविधा की बात हो, सभी में सुधार हुआ दिख रहा है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यह दावा भी किया कि आज उत्तर प्रदेश प्रतिदिन लगभग 2 लाख जांच करने वाला एकमात्र प्रदेश है। कोरोना के शुरुआत में केंद्र सरकार ने हमसे कहा था आपके प्रदेश के 26 जिले ऐसे हैं जहां कोई वेंटिलेटर नही हैं और मैं दावे के साथ कह सकता हूँ कि प्रदेश के 75 जिलों में कोई ऐसा जिला नही जिसके पास दस वेंटिलेटर अपने न हों। अस्पतालों को उपकरणों से लैस करने के साथ ही राज्य में मेडिकल स्टाफ को भी ट्रेंड किया गया। उस का परिणाम भी सामने है। दिल्ली की आबादी से कई गुना ज़्यादा आबादी उत्तर प्रदेश की है लेकिन कोरोना संक्रमितों की दिल्ली में ज़्यादा मौतें हुई हैं। दिल्ली में कोरोना से साढ़े दस हजार से ज्यादा मौतें हो गई, वहीं उत्तर प्रदेश जिसकी आबादी 24 करोड़ है में कोरोना से साढ़े आठ हजार मौते हुई। मुख्यमंत्री ने कहा कि यूपी में सरकार और मेडिकल स्टाफ के सामूहिक प्रयासों से भी हम कोरोना से लोगों की जान बचाने में सफल रहे। इसके लिए मैं हमारे हेल्थ वर्कर्स, डॉक्टर को साधुवाद देता हूँ।
मुख्यमंत्री ने प्लस पोलियो अभियान का भी विस्तार से जिक्र करते हुए इस अभियान को गंभीरता से लेने का आग्रह सूबे की जनता से किया किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पोलियो का खतरा अभी टला नहीं है। पड़ोसी मुल्कों के बच्चे बीमारी की गिरफ्त में आ रहे हैं। ऐसे में यहां भी लोगों को सतर्क रहना होगा। वह अपने बच्चों को पोलियो की खुराक अवश्य पिलाएं। अगर इस चक्र से एक भी बच्चा छूट गया तो सुरक्षा चक्र टूट जाएगा। इसलिए अंधविश्वास से दूर रहें और नवजात बच्चों को पोलियों की खुराक जरुर पिलवाएं। प्रदेश में नवजात से लेकर पांच वर्ष तक के सभी बच्चों को सुरक्षा की डोज से कवर किए जाने का दावा भी उन्होंने किया। मुख्यमंत्री के अनुसार, राज्य में करीब तीन करोड़ 40 लाख बच्चों को पोलियो ड्राप पिलाने के लिए एक लाख 10 हजार पोलियो बूथ बनाए गए हैं। सोमवार से हेल्थ टीम घर-घर जाकर पोलियो की ड्राप पिलाएगी। डोर-टू-डोर अभियान के लिए 69 हजार टीमों का गठन किया गया है। वहीं तीन लाख 30 हजार वैक्सीनेटर, 23,000 सुपरवाइजर्स, 6,500 ट्रांजिट टीम व 1,700 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है।
सोमवार से घर-घर जाएगी टीम
प्रदेश के परिवार कल्याण महानिदेशक डॉ.राकेश दुबे के अनुसार, पोलियो ड्राप पिलाने के लिए 3.3 लाख वैक्सीनेटर, 23 हजार सुपरवाइजर, 6500 ट्रांजिट टीम व 1700 मोबाइल टीमों का गठन किया गया है। अभियान में कोरोना से बचाव के उपायों को सख्ती से लागू किया जाएगा। पोलियो बूथ पर सैनिटाइजर व थर्मल स्कैनिंग इत्यादि की भी व्यवस्था होगी। लखनऊ के डिस्ट्रिक्ट इम्युनाइजेशन ऑफीसर डॉ. एमके सिंह के मुताबिक जनपद में नवजात से पांच वर्ष तक के सात लाख, 51 हजार, 956 बच्चों को कवर किया जाएगा। शहर से लेकर गांवों तक 2783 बूथ बनाए गए हैं। सोमवार से लखनऊ में घर-घर टीम जाएगी। इसके लिए 2082 टीमों का गठन किया गया। वहीं मोबाइल टीम 131, ट्रांजिट टीम 227, सुपरवाइज 592, वैक्सीनेटर 6250, डिवीजनल अधिकारी 17 तैनात हैं।
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