- स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग कुल्लु द्वारा शिल्ली में मनाया गया किशोर स्वास्थ्य दिवस
- स्कुली छात्र और छात्राओं बीच करवाई भाषण और पेंटिंग प्रतियोगिता, विजेताओं को बांटे इनाम
- नशे की खेती से दूर रहें लोग, घाटी में आय और स्वरोजगार के कई विकल्प मौजुद- मोहर सिंह ठाकुर
परसराम भारती
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
तीर्थन घाटी, गुशैनी बंजार। जिला कुल्लु उपमण्डल बंजार में तीर्थन घाटी की दूर दराज ग्राम पंचायत शिल्ली में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग कुल्लु द्वारा जिला स्तरीय नशा मुक्त भारत अभियान के तहत एक दिवसीय जागरूकता शिविर का आयोजन किया और किशोर स्वास्थ्य दिवस भी मनाया गया। इस अवसर पर जिला हेल्थ एजुकेटर निर्मला महंत तथा ड्रग एडिक्शन सेंटर के काउंसलर विजय विशेष रूप से उपस्थित रहे।
इन्होंने ग्राम पंचायत शिल्ली की जनता को नशा मुक्त भारत अभियान के बारे में जागरूक किया गया तथा युवाओं स्कूल के विद्यार्थियों को नशे की बढ़ती प्रवृत्ति, इसकी रोकथाम तथा नशे से कैसे बचा जाए इस बारे जागरूक किया है। ड्रग एडिक्शन सेंटर के काउंसलर विजय ने कहा कि यदि आपके गांव समाज में कोई नशा छोड़ना चाहता है तो इसके लिए भारत सरकार द्वारा फ्री में दवाई और इलाज किया जाता है। कोई भी व्यक्ति व युवा यदि नशे की लत में डूब चुका है और नशा छोड़ना चाहता है तो वह सिविल हॉस्पिटल बंजार या जिला अस्पताल कुल्लू में संपर्क कर सकते हैं।इस दौरान नशा मुक्त भारत अभियान के तहत स्कुली छात्र छात्राओं के बीच भाषण और पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन भी करवाया गया। भाषण प्रतियोगिता में रेणुका ने प्रथम स्थान हासिल किया तथा पेंटिंग प्रतियोगिता में प्रीति जिंटा ने पहला स्थान हासिल किया है।
ग्राम पंचायत शिल्ली के उपप्रधान मोहर सिंह ठाकुर ने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में बढ़ती नशा प्रवृति के साथ साथ छोटी उम्र में शादी करना भी एक बहुत बड़ी समस्या बन गई है। जिस वजह से जच्चा बच्चा दोनों कुपोषित हो रहे हैं। इन्होंने कहा कि कम उम्र में शादी करने से विवाह का पंजीकरण भी नहीं हो पाता है जिस कारण सरकार द्वारा गर्भवती महिलाओं को मिलने वाली सहायता दवाइयां, पोषक सामग्री नहीं मिल पाती है, और बच्चा भी कुपोषित रहता है। ऐसी स्थिति में पैदा हुए बच्चे का शारीरिक और बौद्धिक विकास नहीं हो पाता है। मोहर सिंह ठाकुर ने लोगों को आगाह किया है कि नशे की खेती करने से दूर रहें। इनका कहना है कि एक समय था जब लोग भांग और अफीम को रोजगार की दृष्टि से उगाते थे लेकिन अब समय बदल गया है। इस समय घाटी के लोगों के पास आय के कई विकल्प मौजूद हैं। यहां के लोगों के लिए प्राकृतिक कृषि, बागवानी और पर्यटन के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएं भरी पड़ी है। इसके अलावा सरकार द्वारा चलाई जा रही ग्रामीण स्तर पर मनरेगा योजना का भी लाभ उठाया जा सकता है।
इन्होंने बतलाया कि यदि कोई व्यक्ति 90 दिन तक मनरेगा में काम करते हैं वह सरकार द्वारा दी जाने वाली कई महत्वपूर्ण स्कीमों का लाभ उठा सकते हैं। इन्होंने लोगों से आग्रह किया है कि नशे की खेती से दूर रह कर अपने खेतों में पारम्परिक फसलों की बिजाई करें और इसके साथ ही मनरेगा में बढ़-चढ़कर कर कार्य करें जिससे आपके सभी तरह के खर्चे भी सरकारी सहायता से ही चलेंगे l
इस अवसर पर ग्राम पंचायत शिल्ही के उप - प्रधान मोहर सिंह ठाकुर, पूर्व प्रधान प्यारे चंद, पूर्व प्रधान मानता ठाकुर एवं ग्राम पंचायत शिल्ही के समस्त वार्ड मेंबर, अन्य पदाधिकारी, स्कुली छात्र और स्थानीय लोग मौजूद रहे।
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