गणेश वैद
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
हरिद्वार।महाकुंभ के अंतिम शाही स्नान (चैत्र पूर्णिमा) की व्यवस्थाओं को लेकर आईजी कुम्भ मेला संजय गुंज्याल ने कुम्भ मेला पुलिस एवं मेला अधिकारियो के साथ ऑनलाइन ब्रीफिंग की।
कोरोना के बढ़ते हुए संक्रमण को ध्यान में रखते हुए प्रशासन ने अंतिम शाही स्नान को सीमित रूप में करने की सहर्ष सहमति प्रदान की है। जिसमे अखाड़ो के द्वारा अपने शाही स्नान के दौरान 50 से 100 साधु-संतों को ही सम्मिलित किया जाएगा। वाहनों की संख्या भी बेहद सीमित रहेगी। इसके अलावा सभी अखाड़ो के द्वारा अपने शाही जुलूस में गृहस्थों को शामिल नही किये जाने का आश्वासन भी दिया गया है। शाही स्नान के दौरान अखाड़ो के साधु-संतों के द्वारा मास्क, सोशल डिस्टनसिंग, सेनिटाइजेसन और कोविड SOP का पूरा पालन किया जाएगा।
इस ऑनलाइन ब्रीफिंग के दौरान आईजी कुम्भ के द्वारा सर्वप्रथम अंतिम शाही स्नान के सम्बंध में सभी अखाडों के पदाधिकारियों से हुई वार्ता के प्रमुख बिंदुओं के बारे में बताया गया।ब्रीफिंग में कहा गया कि कोरोना संक्रमण के दृष्टिगत शाही स्नान के दौरान सन्तों एवम आम श्रद्धालुओं की सीमित संख्या को ध्यान में रखते हुए सभी व्यवस्था की जानी है। किसी भी प्रकार का यातायात डाइवर्जन लागू नही किया जाएगा। सिर्फ शाही स्नान जुलूस के समय रास्ते मे पड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग से कुछ समय के लिए यातायात डायवर्ट किया जाएगा। हर की पैड़ी को भी सुबह 0700 बजे के बजाए थोड़ा और विलम्ब से आम श्रद्धालुओं के लिए प्रतिबंधित किया जाएगा।
आईजी कुम्भ महोदय के द्वारा ऑनलाइन मीटिंग में सम्मिलित सभी मजिस्ट्रेटों को अलग से सम्बोधित करते हुए कहा गया कि आपके द्वारा अभी तक बेहतरीन तरीके से अपने कर्तव्यों को अंजाम दिया गया है, इसलिए अब कुम्भ 2021 के अंतिम शाही स्नान को सफल बनाने के लिए भी जी जान से जुट जाएं और पूर्ण निष्ठा, मेहनत और समर्पण से इस कुम्भ को सफल बनायें।
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