मामला बभनी ब्लॉक क्षेत्र के घघरी गांव का।
प्रभा पांडेय
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
बभनी। पंचायत चुनाव की मतगणना तीन मई को हुई। इस दौरान घघरी द्वितीय से बीडीसी चुनाव में कामेश्वर को 50 वोटों से विजयी घोषित कर आरओ ने सभी के सामने प्रमाण पत्र दिया। इसके ठीक 12 दिन बाद 14 मई को ब्लॉक कार्यालय व विपक्षियों के द्वारा जानकारी मिला की हमारा नाम बीडीसी की लिस्ट से अधिकारियों की मिलीभगत से हटा दिया गया वही प्रमाण पत्र को लेकर दूसरे नंबर पर रहे शिवकुमार को जीत का नया सर्टिफिकेट देने का मामला प्रकाश में आया है।
बभनी ब्लॉक के घघरी निवासी कामेश्वर ने बीडीसी का चुनाव घघरी दृतीय क्षेत्र से लड़ा था। उसने बताया कि मतगणना के दौरान कामेश्वर को कुल 258 मत मीले वही प्रतिद्वंदी शिवकुमार को 205 वोट मिला जिसके बाद 50 वोटों से विजयी घोषित कर दिया गया। बाद में संबंधित अफसर की ओर से प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया। आरोप है कि ब्लॉक अफसरों ने विपक्षी प्रत्याशी से मिलकर फर्जी तरीके से वेवसाईट से नाम हटाते हुए गलत तरीके से जीत का सर्टिफिकेट दिए जाने का आरोप उक्त बीडीसी प्रत्याशी ने लगाया है।वहीं दूसरे नंबर पर रहे शिवकुमार को नया प्रमाण पत्र बना कर देने की बात सामने आ रही है। इस बाबत बीडीसी प्रत्याशी द्वारा मामले को लेकर उचित निर्णय हेतु सोनभद्र के जिलाअधिकारी उपजिलाधिकारी, समेत निर्वाचन आयोग में लिखित शिकायत पत्र देकर कार्यवाही की मांग किया गया है।
वही कामेश्वर का आरोप है कि संबंधित अफसरों ने मतगणना सीट शुरू में ही उसे हराने के प्रयास किया जिसमें मतगणना के दौरान कुल दो बार काउंटिंग करायी गयी जिसके बावजूद जीत कामेश्वर की हुई और प्रमाण पत्र जारी कर दिया गया।
लेकिन हफ़्तों बाद विजयी प्रत्याशी को गुमराह कर ब्लॉक अधिकारियों की मिलीभगत पर उसका नाम हटा शिवकुमार के जीत दर्ज करने का झूठा दावा करते हुए वेबसाइट पर नाम डलवाया गया है। जिसकी शिकायत कामेश्वर ने डीएम व चुनाव आयोग से करते हुए मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की है।
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