- डॉ अम्बेडकर के विचार राष्ट्र उत्थान के लिए बहुत समीचीन हैं-प्रो. देवनाथ
प्रिया पटवाल,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
नई दिल्ली: डॉ. बी. आर. अम्बेडकर सामाजिक विज्ञान विश्वविद्यालय, महू डॉ. अम्बेडकर पीठ द्वारा डॉ. अम्बेडकर वैचारिक स्मरण पखवाड़ा के अंतर्गत गोलखेड़ा गाँव में पहुंचकर गांव से संवाद कार्यक्रम आयोजित किया।
आज़ादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत महापरिनिर्वाण दिवस मनाया जा रहा है। गाँव से संवाद की शुरुआत गोलखेड़ा गांव से की गई। डॉ. अम्बेडकर का विचार सामाजिक समरसता और राष्ट्र निर्माण में बहुत महत्वपूर्ण है। बाबा साहब के नाम पर उनकी जन्मस्थली महू में स्थापित विश्वविद्यालय शिक्षा के जरिये वृहत्तर समाज तक पहुंचकर कार्य कर रहा है। हमारे सामने बैठे बच्चे, महिलाएं और ग्रामीण जनों आंखों में डॉ अम्बेडकर के प्रति जो भाव दिख रहा है, वह निश्चित रूप से भारतीय संविधान और संविधान निर्माता के प्रति श्रद्धा का परिचय देता है। यह बात डॉ आंबेडकर पीठ आचार्य प्रो. देवाशीष देवनाथ ने अध्यक्षीय उद्बोधन देते हुए कहा।
विश्वविद्यालय का परिचय एवं स्वागत उद्बोधन देते हुए डॉ. मनीषा सक्सेना, संकायाध्यक्ष ने विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित विभिन्न पाठ्यक्रमों, विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए गए गांवों तथा प्रसार गतिविधियों के जरिये गांवों के सर्वांगीण विकास के प्रयासों के बारे में विस्तार से बताया। अतिथियों का स्वागत करते हुए बताया कि गांवों से संवाद का यह कार्यक्रम सामाजिक समरसता और समावेशी समाज निर्माण की व्यापक जागरूकता से जुड़ा है।
कार्यक्रम संयोजक डॉ मनोज कुमार गुप्ता ने संचालन के साथ डॉ. अम्बेडकर प्रतिष्ठान की अनुसूचित जाति एवं जनजाति के लिए चिकित्सा सहायता, मेधावी छात्र पुरस्कार, निबंध प्रतियोगिता सहित सामाजिक एकीकरण संबंधी योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। उप सरपंच गोलखेड़ा श्री गिरधारी गावड़, श्री राजेन्द्र पाटीदार, श्री गोपाल गावड़, कविता गोपाल, भावना गावड़े सहित विद्यार्थियों कविता, निकिता तथा योगेश्वरी ने भी अपने बात रखी।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ. अजय दुबे ने दिया। डॉ, अरुण कुमार, डॉ. कौशलेंद्र वर्मा, डॉ धनराज डोंगरे, श्री प्रदीप कुमार, डॉ. शैलेन्द्र मिश्र, डॉ अजय दुबे, श्री जितेंद्र पाटीदार सहित डॉ. शैलेन्द्र मिश्रा सहित विश्वविद्यालय एवं गाँव के करीब 250 लोग उपस्थित रहे।
ग्रामीण इस तरह के आयोजन से बहुत लाभान्वित हुए। स्वच्छता, जागरूकता और योजनाओं पर केंद्रित इस आयोजन के बारे में उपसरपंच ने कहा कि विश्वविद्यालय द्वारा हमारे हमारे गांव को गोद लेकर इस तरह के आयोजन करना हम सब के लिए बहुत गौरव की बात है। उपस्थिति सभी ग्रामवासी इससे से लाभान्वित हुए हैं।
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