आकड़ों पर उठे सवाल...सघर्षो पर विजय पा लेने की चाहत के परिदृश्य का हुआ असर.
सम्भावनाओं में लगा"चार चांद", कुरितियों पर हुआ कुठाराघात... कुटिल योजना हुई ध्वस्त.
पुरानी चहलकदमियो से एकदम आगे "उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ(योगेश पान्डेय)के ताकतवर सागठनिक सन्देश का सियासी घोल से व्यापक आन्दोलन की भब्य रुपरेखा हुई तैयार.
"लोकल न्यूज़ आफ इन्डिया"
"साधना द्विवेदी"
"सोनभद्र,उत्तर प्रदेश"
"समर शेष है, नहीं पाप का,
भागी केवल व्याध्र...
जो तटस्थ हैं समय लिखेगा,
उसका भी अपराध...
"झूठे आश्वासन"के अन्धी दौड़ में फसी विकास की कुटिल चाल के साथ गौरवशाली परम्परा के लिए समर्पित,शिक्षक इतिहास के बिरले लम्हे का आधार बनने की आतुरता के बीच जिला सोनभद्र आज फिर पूरे प्रदेश में आकर्षण का केंद्र था, जहाँ आकड़ों के साथ पलटवार ही नहीं वरन् अपनी प्राथमिकताओं पर गम्भीर चिन्तन की आवश्यकता पर बल दिए शिक्षकों का हुजूम "उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक" के प्रदेश सगठनमन्त्री/जिलाध्यक्ष योगेश पान्डेय,जिला सरक्षक जयप्रकाश राय,सगठन मन्त्री नवीन गुप्ता,मीडिया प्रभारी राजेश द्विवेदी,ब्लॉक अध्यक्ष मनीष शर्मा,रवींद्र सिह,नमिता सिंह, पवन शुक्लेश,अनिल कुमार द्विवेदी, बब्बन प्रसाद गुप्ता,सर्वेश गुप्ता,विनोद कुमार के नेतृत्व में "देवदूत की भूमिका" में शिक्षक समाज अपनी चार सूत्री मागों- पुरानी पेन्शन बहाली, शिक्षामित्र,अनुदेशक भाईयों को नियमित करने,शिक्षक विरोधी/शोषणयुक्त व्यवस्थाओं को तत्काल हटाने, सातवें वेतन आयोग की विसगतियो को दूर करने के समर्थन में पचीस अगस्त तक चलने वाले हस्ताक्षर अभियान के लिए "ब्लॉक ससाधन केन्द्र राबर्टसगंज" पर उमड़ पडा था.
"डराने वाले आकड़ो" के बीच मीडिया की तीक्ष्ण निगाहों तथा पत्रकारिता के सुखद संकेत का जुनून बना "लोकल न्यूज़ आफ इन्डिया" के साथ बातचीत में जिला अध्यक्ष"योगश पान्डेय"का यह तथ्य उपस्थित शिक्षकों के अन्तर्मन् में समाहित हो गया कि....
हौसलों की आग,
धधक रही निगाहों.
मुश्किलों में इतना दम नही कि,
हमें रोक दे राहों में.
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें