विजयराज उपाध्याय,
लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया,
बिलासपुर: भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा ने कहा कि जो आदमी खुद भ्रष्टाचार में सम्मिलित हो उसको दूसरा भी भ्रस्टाचारी लगता है उन्होंने प्रदेश के एक मंत्री की तुलना लालू प्रसाद यादव से करने के लिए नैना देवी के विधायक रामलाल ठाकुर पर जवाबी हमला किया है।जो कांग्रेस विधायक ने भी स्वीकार कर लिया है कि लालू यादव घोटालों में संलिप्त रहे हैं। वह यूपीए सरकार में मंत्री भी रहे थे। जाहिर है कि यूपीए सरकार के कार्यकाल में भ्रष्टाचार पूरी तरह से हावी था। वैसे जो खुद भ्रष्टाचार में संलिप्त रहे हों, उन्हें दूसरे भी अपने जैसे ही नजर आते हैं। जहां तक मंत्री पर लगाए गए आरोपों की बात है तो झूठ बोलने के बजाए विधायक को या तो इसका प्रमाण देना चाहिए या फिर मंत्री से माफी मांगनी चाहिए।
भाजपा के प्रदेश मुख्य प्रवक्ता एवं राज्य आपदा प्रबंधन बोर्ड के उपाध्यक्ष रणधीर शर्मा ने कहा कि कांग्रेस विधायक रामलाल ठाकुर अपनी पार्टी में ही अलग-थलग पड़ चुके हैं। वह मुख्यमंत्री बनने का ख्वाब देखते रहते हैं, लेकिन उनका नेता प्रतिपक्ष बनने और प्रदेश में कांग्रेस की कमान संभालने का सपना तक पूरा नहीं हो पाया। इससे वह बुरी तरह से बौखलाए हुए हैं। इसी बौखलाहट में वह अक्सर बेसिर-पैर की बयानबाजी करके हंसी का पात्र बनते रहते हैं। इसी कड़ी में अब उन्होंने प्रदेश के एक मंत्री पर झूठे आरोप लगाकर सुर्खियां बटोरने का प्रयास किया है, लेकिन उन्होंने अपनी बयानबाजी से कांग्रेस की ही पोल खोल दी है। उन्होंने मंत्री को लालू प्रसाद यादव की संज्ञा दी है। लालू प्रसाद यादव वही हैं, जो यूपीए सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे थे और चारा घोटाले में आरोप साबित होने के बाद उन्हें सजा भी हुई है। कांग्रेस विधायक यूपीए सरकार के समय तथाकथित ईमानदारी का ढोल बजाते नहीं थकते, लेकिन लालू को भ्रष्टाचारी बताकर उन्होंने खुद ही इस हकीकत को उजागर कर दिया है कि यूपीए सरकार कितनी ईमानदार थी।
रणधीर शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री जयराम ठाकुर के नेतृत्व में प्रदेश सरकार पूरी ईमानदारी और पारदर्शिता से काम कर रही है। पिछले साढ़े चार वर्षों में प्रदेश का चहंुमुखी विकास होने के साथ ही हर वर्ग के हित में कई महत्वाकांक्षी योजनाएं शुरू की गई हैं। कांग्रेस नेताओं को सरकार के खिलाफ बोलने के लिए कोई मुद्दा नहीं मिल रहा है। ऐसे में वे झूठ का सहारा लेकर अनाप-शनाप बयानबाजी कर रहे हैं। किसी पर भ्रष्टाचार के झूठे आरोप लगा देने से कुछ नहीं होता। यदि कांग्रेस विधायक में दम है तो वे अपने आरोप प्रमाणों के साथ साबित करें, अन्यथा उन्हें मंत्री से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी होगी।
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