हमारा राधे राधे मारका है और हमारी मंथली ट्रैफिक पुलिस को जाता हैं 1000 रुपए, कौन काटेगा चालान- जुगाड़ चालक
सद्दाम अली खान
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
सब्जी मंडी,दिल्ली ।जुगाड़ नक्शे राधे राधे मार का लगाकर धड़ल्ले से चल रहे हैं यह जुगाड़ रिक्शे रोज कोई ना कोई हादसा करते हैं । राधे राधे मारके की वजह से उनका कोई चालान नहीं होता। यह जुगाड़ रक्शे कश्मीरी गेट बस अड्डे से लेकर मोरी गेट बर्फ खाने तक काफी ज्यादा देखें जाते हैं जब हमने जुगाड़ रिक्शा चालकों से बात की तो जुगाड़ रिक्शा चालकों ने कहा हमारा राधे राधे मारका है इस वजह से हमारा कोई भी चालान नहीं काटेगा। हमारी मंथली ट्रैफिक पुलिस को 1000 रुपए महीना जाती है यह रोड हम को मिला हुआ है हमारा यहां पर चालान नहीं होगा यह जुगाड़ रिक्शा वाले कई कई टन भजन लौटकर उसके ऊपर से एक सवारी विट्ठल कर चलते हैं यह खुद तो अपनी मौत को बुलावा देते हैं साथ ही किसी ना किसी वाहन चालक से टकरा जाते हैं अपने साथ यह जुगाड़ रिक्शा वाले दूसरों की मौत का भी सबक बनते हैं।
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