लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
एक तरफ जिले के किसान भाई जहां सूखे की समस्या से ग्रसित है,वहीं दूसरी तरफ फसलों में विभिन्न प्रकार के रोग एवं पोषक तत्व की कमी प्रदर्शित हो रही है ऐसे में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने जिले के विभिन्न गांवों का भ्रमण किया जिसमें बरौनी खुर्द गांव के विभिन्न प्रक्षेत्रों में धान की फसल में खैरा रोग के लक्षण प्रदर्शित हुए वैज्ञानिकों की तरफ से खैरा रोग उपचार में यूरिया के साथ जिंक सल्फेट की 12-15 किलोग्राम मात्रा प्रति हेक्टेयर की दर से टॉप ड्रेसिंग के रूप में प्रयोग करने की सलाह दी गई साथ ही साथ वैज्ञानिकों द्वारा अरहर फसल के विभिन्न प्रक्षेत्रों का भ्रमण किया गया जिसमें पत्ती छेदक कीटों का प्रकोप दिखा जिस की रोकथाम के लिए क्लोरोपायरीफास (20 ईसी) 1.5-2.0 लीटर दवा 500 से 600 लीटर पानी में मिलाकर प्रति हेक्टेयर की दर से छिड़काव करें
प्रक्षेत्र भ्रमण दौरान केंद्र की वैज्ञानिक डॉ अभय दीप गौतम, डॉ हनुमान प्रसाद पांडे, डॉ प्रतीक सिंह, डॉ अमित कुमार सिंह समेत गांव के दर्जनों किसान उपस्थित रहे।
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