गब्बर सिंह वैदिक,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
डिवीजन निरमंड के अंतर्गत सबडिवीजन ब्रो के अधीनस्थ प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत चाटी से तुनन सड़क का कार्य स्टेज-1का लगभग 2006 में शुरू हुआ था।जो कि 10 वर्षों में बड़ी मशक्कत व मुश्किल से पूर्ण हुआ।स्थानीय जनता को सड़क निकलने के बाद काफी सुविधा होने लगी थी।दिसम्बर 2018 में स्टेज-2का कार्य शुरु किया गया जिसमे कि सड़क को पक्का करना था।काम शुरू तो हो गया लेकिन कछुआ चाल से।2018 से आज तक हर साल इसमे सिर्फ दो या तीन महीने ही इस सड़क में निरंतर रूप के कार्य होता है।बाकी महीनों में काम ठप पड़ा रहता है।जिसकी वजह से गाड़ी चालको व स्थानीय जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।स्थानीय जनता ने आरोप लगाते हुए कहा है कि लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह का जेठ मेला तुनन दौरे के समय आनन-फानन में कार्य को गति दी गई।जिसमें की गुणवत्ता को दरकिनार किया गया।गटके में कच्चे पत्थर व मिट्टी का इस्तेमाल किया गया।और ये भी आरोप लगाए है कि विभाग ने डंगे रसूखदार लोग ,छूटभइये नेते व विभाग में कार्यरत कर्मचारियों के घर के आस पास लगाए है।
बता दें कि सड़क का जो भी कार्य किया जाता है वह डीपीआर के आधार पर ही किया जाता है।कहाँ डंगा लगना है,कहाँ पैराफिट लगने है।कहाँ कलवर्ट व स्लैब कलवर्ट लगने है।जीएसबी में गटका, रोड़ी व रेत का मिश्रण बनाकर बिछाई की जाए।
ड्राइंग के अनुसार पहली लेयर जीएसबी की विछाई गई है जिसमें बड़े बड़े पत्थर व ज्यादातर मिट्टी का इस्तेमाल किया गया है।
विक्रमादित्य सिंह ने तुनन मेले में स्थानीय को आश्वस्त किया था कि बहुत जल्द को टायरिंग कर पक्का किया जाएगा।लेकिन वह सिर्फ बातें ही रह गई।अगले ही दिन पेटी ठेकेदार ने अपनी लेबर व मशीनरी ले गए।जब उनसे बात की तो कारणों का पता चला कि ठेकेदार ठेकेदार समय पर पैसे नहीं देता है।जिसकी वजह से काम करना मुश्किल हो जाता है।
लोक निर्माण विभाग के अधिकारी आखिर ऐसे ठेकेदारों पर शिकंजा क्यूं नहीं कस पा रहा है।कौन सी ऐसी मजबूरियां है जो ऐसे लेटलतीफ ठेकेदार विभाग में तानाशाह बन बैठे है।अंदर खाते कुछ गोलमाल होने की आंशका लग रही है।
कुछ भी हो ऐसी परिस्थितियों में आम जनता की त्रस्त हो रही है।सड़क का कार्य पूर्ण न होने की वजह से शाम के समय लोगो को बस सुविधा नही मिल पा रही है।जिसके कारण दूर दराज क्षेत्र तुनन के लोगो को तीन या चार गुना किराए का भुगतान कर बोलेरो केम्पर के डाले में ठूंस ठूंस कर सफर करने को मजबूर है।जो कि एक बड़े हादसे को न्यौता दे रज है।
कभी कभी तो ऐसा प्रतीत होता है लोक निर्माण विभाग को ठेकेदार ही चला रहे है।हिमाचल प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू की सुख देने वाली सरकार व तेजतर्रार,युवा मंत्री विक्रमादित्य सिंह ही चाटी से तुनन सड़क जो लावारिस की तरह पड़ी है शायद इसके माई बाप बन जाए।
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