यशवंत पटेल
लोकल न्यूज़ ऑफ़ इंडिया
रामपुर महाविद्यालय में प्रोफेसर 11 द्वारा क्रिकेट मैच खेला गया जिसका मैन मोटो आज के युवाओं को खेल के प्रति जागरूक करना है रामपुर कॉलेज के प्रधानाचार्य डा वी बी नेगी ने बताया कि आज का जो युवा है कहीं ना कहीं नशे की तरफ बहुत ज्यादा ध्यान दे रहा है आज जो यह क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन किया गया इसका मेन मोटो आज के युवा और युवतियों को नशे से दूर और खेल के प्रति जागरूक करना है ताकि उनका शारिक और मानसिक स्वस्थ रहें आज का युवा साथी अपने गोल सेट नहीं कर पाते जिसका सबसे बड़ा कारण है आज के युवा भटक रहा है तभी हमने खेल का आयोजन किया जिससे आज का युवा पीढ़ी खेलों में स्वास्थ्य तो ठीक रहता ही है इनसे मनुष्य का चारित्रिक और आध्यात्मिक विकास भी होता है। खेलकर से पुष्ट और स्फूर्तिमय शरीर ही मन को स्वस्थ बनाता है। खेलकूद मानव मन को प्रसन्न और उत्साहित बनाए रखते हैं। खेलों से नियम पालन के स्वभाव का विकास होता है और मन एकाग्र होता है। खेल में भाग लेने से खिलाड़ियों में सहिष्णुता,धैर्य और साहस का विकास होता है तथा सामूहिक सद्भाव और भाईचारे की भावना बढ़ती है। खेलकूद अप्रत्यक्ष रूप से आध्यात्मिक विकास में भी सहायक होते हैं ये जीवन संघर्ष का मुकाबला करने की शक्ति प्रदान करते है। खेलकूद से एकाग्रता का गुण आता है जिससे अध्यात्म साधना में मदद मिलती है।
सच्चा खिलाड़ी हानि लाभ, यश अपयश सफलता असफलता को समान भाव से ग्रहण करने का अभ्यस्त हो जाता है। खेलों में भाग लेने से तन मन की शक्ति के साथ-साथ हमारा आत्मविश्वास भी बढ़ता है। तन-मन से स्वस्थ आत्मविश्वासी व्यक्ति के लिए जीवन में कोई भी काम करना कठिन नहीं होता।
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