सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

दक्षिणांचल मे फिल्म स्टूडियो, और प्रशिक्षण केंद्र खोलने की उठी माँग

 

  • म्योरपुर हवाई पट्टी के निर्माण कार्य पूरा होने से निर्माताओं को होगी सुविधा

प्रिया बिष्ट,

लोकल न्यूज़ आफ इण्डिया,

म्योरपुर: पृथ्वी का रहस्य खोलने वाले  180 करोड़ वर्ष पुरानी स्लेटी चट्टानों,हिमालय से हजारों वर्ष पुरानी कनहर नदी और  जिले की सबसे ऊंचा पहाड़ राजा चंडोल  के साथ प्राकृतिक और औधोगिक रहा हवाई पट्टी होने का गौरव रखने वाले क्षेत्र दक्षिणांचल में फिल्म स्टूडियो और फिल्मी कलाकारों के प्रशिक्षण केंद्र  खोले जाने की मांग को लेकर राष्ट्रीय गांधीवादी पार्टी के राष्ट्रीय  अध्यक्ष संतोष खरवार,राम नारायण,बालम खरवार ,अशोक सिंह ने  मुख्य मंत्री और पर्यटन मंत्री को पत्र लिखा है और कहा है कि और हवाई पट्टी का निर्माण पूरा होने  के साथ ही। सरकार  फिल्म बंधु  स के माध्यम से स्टूडियो  का निर्माण कराये संतोष खरवार  की माने तो सरकार ने सोनभद्र में भोजपुरी फिल्म निर्माण के लिए प्रयास शुरू किया है। फिल्म स्टूडियो और  प्रशिक्षण केंद्र खोलने से क्षेत्र का विकास होगा और सैकड़ो  युवाओं को  रोजगार मिलेगा।। श्री खरवार का कहना है कि यू पी का यह जिला बेमिसाल है एक तरफ उधोगों का जाल बिछा है तो दूसरी तरफ प्राकृतिक सुंदरता,और जलाशय के किनारे के जंगल और झरने पहाड़िया फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल है। खाश बात यह भी है कि हवाई  पट्टी के निर्माण से  कलाकारों  और निर्माता निर्देशकों ,प्रोड्यूशर लोग आसानी से यहां आवागमन कर सकेंगे।  और अपने हिसाब से स्टूडियो के साथ प्रकृति के बीच सूटिंग स्थल का चयन कर सकेंगे।इससे रोजगार और कला को बढ़ावा मिलेगा  और कलाकारी की बारीकियां  सीख कर युवा वर्ग अच्छे कलाकार बन सकेंगे, साथ ही क्षेत्रीय और भोजपुरी फिल्मों को प्रोत्साहन मिलेगा  इससे पहले सोनभद्र के वादियों में दो फिल्म बना चुके सुभाष तिवारी ने भी सरकार से फिल्म निर्माण के लिए जमीन की मांग की थी जिसकी फाइल डीएम ने सीडीओ को सौंपी थी। लेकिन पिछले साल  उनकी अस्मायिक  निधन से   फाइल आगे नही बढ़ सकी।


इनसेट 1

 राज्य राज्यो के युवाओं को  मिलेगा लाभ राजस्व भी होगा प्राप्त-

म्योरपुर/भोजपुरी फिल्म स्टूडियो और प्रशिक्षण केंद्र  के निर्माण से जिले के अलावा सोनभद्र से सटे प्रान्तों बिहार, झरखंड, एम पी, छ० ग० के युवाओं को प्रशिक्षण लेने का मौका मिलेगा और फिल्म बनेगी तो रोजगार के अवसर बढ़ेंगे साथ ही राजस्व  का लाभ भी सरकार को होगा।उससे क्षेत्रीय और भोजपुरी भाषा को भी बढ़ावा मिलेगा ।


इनसेट 2


 सोनांचल की मनोरम वादिया -


म्योरपुर/म्योरपुर ब्लॉक के रिहंद जलाशय,के जंगल और घाटी,  लौरा,कठबंधवा के घने जंगल, खता पिकनिक स्पॉट, बेलवादह ,के साथ पांगन  और कनहर सोन नदी,और किनारे के जंगल,राजा चंडोल,कोठी रानी, जोरमा पहाड़, अगोरी और विजय गढ़ किला,शिव द्वार, ओबरा डैम , और आदिम संस्कृति का जीवन जीने वाले भारतीय संस्कृति के प्रतीक गोड,खरवार अगरिया  आदि जातियों की सांस्कृतिक परम्पराओं व क्षेत्रीय लोक गायकों को भोजपुरी फिल्म के लिए  अवसर दे सकते है। 


*इनसेट*


देश के नामी फिल्म स्टूडियो और प्रशिक्षण केंद्र


म्योरपुर/ देश में  नामी स्टूडियो में महबूब स्टूडियो मुंबई,4 एकड़ में फिल्मिस्तान  फिल्म स्टूडियो मुंबई 5 एकड़, रामो जी फिल्म सिटी हैदराबाद 2000 एकड़ और पूना फिल्म और टीवी केंद्र स्थित है।सरकार ने फिल्मों को बढ़ावा देने के लिए नोएडा का चयन कर काम शुरू करा दिया है लेकिन सोनभद्र में इंतजार है।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जीत कर भी कट्टर भाजपाइयों के घर मे निपट गयी भाजपा।एकमात्र मंडल अध्यक्ष योगेश भार्गव ने रखी थोड़ी लाज।

लोकेन्द्र सिंह वैदिक  लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया आनी:- मंडी संसदीय क्षेत्र से कँगना राणौत  लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह को हराकर संसद में पहुँच चुकी है।मंडी संसदीय क्षेत्र से आनी के विधायक लोकेन्द्र कुमार को छोड़कर सभी भाजपा के विधायक अपनी अपनी विधानसभा से कँगना राणौत को बढ़त दिलवाने में कामयाब रहे।अगर आनी विधानसभा की बात करें तो विक्रमादित्य सिंह को 8328 मतों की बढ़त मिली है।यहां तक कि विधायक लोकेंद्र कुमार की अपने बूथ पर भाजपा की दुर्गति है।विधायक के अपने बूथ आनी-2 पर कांग्रेस को बढ़त है।जहाँ पर कँगना राणौत को 186 मत व विक्रमादित्य सिंह को 298 मत मिले हैं।जहां से कांग्रेस को 112 मतों की बढ़त मिली है।अगर विधायक की पत्नी सुषमा देवी की बात करें जो खनी बटाला से पंचायत समिति सदस्या है।यहां पर भी सभी बूथों पर भाजपा के खस्ताहाल है।इनके अपने बूथ खुन्न में कँगना राणौत को 299 मत मिले जबकि विक्रमादित्य को 491 मत पड़े।इस बूथ से कांग्रेस को 192 मतों की बढ़त है।अब बात करते हैं पंचायतीराज प्रकोष्ठ हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष व लोक सभा चुनाव प्रभारी अमर ठाकुर की को जो पूर्व में ए पी एम सी कुल्लु लाहौल स्

महीनों से गायब सहायक अध्यापिका रहीं गणतंत्र दिवस पर अनुपस्थित,अवैतनिक छुट्टी के कारण सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में।

  जयचंद लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया सोनभद्र/म्योरपुर/लीलाडेवा   शिक्षा क्षेत्र म्योरपुर के  अंतर्गत ग्राम पंचायत लीलाडेवा के कम्पोजिट विद्यालय लीलाडेवा में सहायक अध्यापिका रानी जायसवाल विगत जनवरी 2021से तैनात हैँ और प्रायः अनुपस्थित चल रही है।इस प्रकरण में खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय म्योरपुर श्री विश्वजीत जी से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि सहायक अध्यापिका रानी जायसवाल अनुपस्थित चल रही हैँ अवैतनिक अवकाश पर है, उनका कोई वेतन नही बन रहा है। उधर ग्राम प्रधान व ग्रामीणों द्वारा दिनांक 27/12/2023 को ब्लॉक प्रमुख म्योरपुर व श्रीमान जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र को लिखित प्रार्थना पत्र देने बावत जब ब्लॉक प्रमुख श्री मानसिंह गोड़ जी से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही हो रही है श्रीमान मुख्य विकास अधिकारी महोदय  सोनभद्र  को मामले से अवगत करा दिया गया है।424 गरीब आदिवासी  छात्र- छात्राओं वाले   कम्पोजिट विद्यालय लीलाडेवा में महज 6 अध्यापक,अध्यापिका हैँ।विद्यालय में बच्चों की संख्या ज्यादा और अध्यापक कम रहने से बच्चों का पठन - पाठन सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है जिससे गरी

खण्ड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था बेपटरी,निर्माणाधीन विद्यालय भवन चढ़े भ्र्ष्टाचार की भेंट

  जयचंद लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया बीजपुर/सोनभद्र  प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी और महत्वकांक्षी निपुण भारत लक्ष्य और डीबीटी योजना म्योरपुर ब्लॉक में सुचारु रूप से चलती नजर नहीं आ रही है।योजना को शत प्रतिशत अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी खण्ड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर को शौपी गयी है लेकिन बीईओ की उदासीनता और लापरवाह कार्यशैली से ना बच्चे निपुण हो रहे हैँ और ना ही डीबीटी योजना का धन अभिभावकों तक पहुंच रहा है।बताया जा रहा है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर भवन निर्माण कराने वाले शिक्षकों और भगोड़े को प्रशिक्षण और बोर्ड परीक्षा ड्यूटी के नाम पर संरक्षण देने में ही अपना पुरा ध्यान लगा रखे हैँ।ऐसे में विद्यालयों में पठन पाठन का माहौल खत्म हो गया है।        शुक्रवार को म्योरपुर ब्लॉक के जरहा,किरबिल,सागोबाँध और म्योरपुर न्याय पंचायत के विभिन्न गांव में पहुँचे भाजपा के प्रतिनिधि  मंडल को ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक विद्यालय नहीं आते हैँ तो विद्यालय के बच्चे निपुण कैसे होंगे।         मण्डल अध्यक्ष मोहरलाल खरवार को ग्रामीणों ने बताया कि  बच्चों को किताबें पढ़ने नहीं आती   लेकिन खण्ड शिक्षा अधिकारी के दबा