- हम और हमारा परिवेश के तहत चिड़िया बोलती है विषय पर 11 और 12 फरवरी को होंगे अनेकों कार्यक्रम।
- हिमालय से जुड़े सामाजिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय और आर्थिक मुद्दों पर होगी चर्चा।
- पीपल फॉर हिमालयन डेवलपमेंटट, हिमालय नीति अभियान व सहारा संस्था के संयुक्त तत्वावधान से होगा कार्यक्रम का आयोजन।
परस राम भारती,
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया,
तीर्थन घाटी गुशैनी बंजार: जिला कुल्लू के उप मण्डल बंजार में
पीपल फॉर हिमालयन डेवलपमेंटट, हिमालय नीति अभियान व सहारा संस्था के संयुक्त तत्वावधान द्वारा हम और हमारा परिवेश के तहत चिड़िया बोलती है विषय पर बंजार क्षेत्र के युवक और युवतियों के लिए दो दिवसीय निशुल्क आवासीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है। बंजार स्थित द ब्ल्यू शीप हॉस्टल तीर्थन में 11 और 12 फरवरी को होने वाली इस दो दिवसीय आवासीय कार्यशाला में चिड़िया बोलती है विषय पर बिभिन्न क्षेत्र से आए विशेषज्ञ, स्थानीय कार्यकर्ता एवं प्रतिभागी अपने अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे। इस कार्यशाला का समय सुबह 10 बजे से शाम 5.30 बजे तक रहेगा।
हिमालय नीति अभियान के महासचिव संदीप मिन्हास ने जानकारी देते हुए बताया कि हम और हमारा परिवेश की यह पहली कार्यशाला है। जिसमें चिड़िया बोलती है विषय पर बंजार क्षेत्र से तीर्थन घाटी, जीभि घाटी, सैंज घाटी, गड़सा घाटी और पार्वती घाटी के सभी इच्छुक युवक-युवतियों को दो दिन के लिए आमन्त्रित किया गया हैं। इन्होंने बताया कि इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य हिमालय से जुड़े हुए सामाजिक, सांस्कृतिक, पर्यावरणीय और आर्थिक मुद्दों पर बात करना, उन्हें जानना, समझना और मिल कर आगे जाकर विकल्प के साथ कदम उठाना है। इस कार्यशाला में विभिन्न क्षेत्रों से आए विशेषज्ञ, स्थानीय कार्यकर्ता एवं प्रतिभागी अपने अपने विचार और अनुभव साझा करेंगे। इसके साथ ही इसमे कुछ मनोरंजक गतिविधियां भी होगी जिस से चर्चा आगे बढ़ेगी और कार्यशाला का उद्देश्य पूरा होगा।
संदीप मिन्हास ने जानकारी देते हुए बताया बताया कि यह एक आवासीय कार्यशाला होगी। इसके लिए पहले जो 30 प्रतिभागी अपना पंजीकरण अग्रिम करवाते है उनका दो दिन ओर दो रात का खाने व रहना विल्कुल निशुल्क होगा। जबकि 30 प्रतिभागियों के बाद पंजीकरण करने वालों को दो दिन और दो रात के खाने व रहने का शुल्क 1500 रूपए देना होगा।
पंजीकरण व अधिक जानकारी के लिए फोन नंबर 01902356351 या ईमेल : phdhp98@gmail.com पर संपर्क कर सकते है या फिर पीपल फॉर हिमालयन डेवलपमेंट टिक्करबॉड़ी, शास्त्री नगर कुल्लू में मिल सकते है।
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