प्रिया बिष्ट
लोकल न्यूज ऑफ इंडिया
चण्डीगढ:- एबरलोर द्वारा प्रस्तुत द क्वेस्ट कलात्मक प्रदर्शन की जटिलताओं का पता लगाने की दिशा में एक प्रयास है। इस प्रख्यात अभिनेता ने मुंशी प्रेमचंद की उत्कृष्ट कृति शतरंज के खिलाड़ी को अपने अनूठे अंदाज से पढ़कर वहां उपस्थित दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कहानी शतरंज के खेल पर आधारित है जिसे अवध दरबार के दो निरर्थक दरबारी खेलते हैं, इस कहानी को एक रूपक के रूप में इस प्रकार पस्तुत किया गया है कि किस तरह अंग्रेजों ने भारतीय शासकों को मोहरे के रूप में इस्तेमाल किया था। शाह के पढ़ने से इस क्लासिक शॉर्ट स्टोरी का हास्य और तीखी विडम्बना सामने आई।
वाचन के बाद नसीरूद्दीन शाह और अनुभवी पत्रकार अंकिता मुखर्जी के बीच प्रेमचंद की कहानी और स्क्रीन और मंच पर साहित्यिक पात्रों को निभाने की जटिलताओं और पेचीदगियों पर चर्चा की गई। उन्होंने अपनी कुछ क्लासिक जैसे जुनून, मासूम, मिर्च मसाला और इस्मत चुगताई और सआदत हसन मंटो के लेखन पर आधारित नाटकों में काम करने का अपना अनुभव साझा किया। चर्चा के दौरान नसीन के श्याम बेनेगल सहित अन्य दिग्गजों के साथ काम करने के कई किस्से सामने आए।
एबरलोर द क्वेस्ट जीवन की सभी बेहतरीन चीज़ों के प्रशंसकों के लिए एक मंच है। जैसे-जैसे साधक टाइम और टेस्ट में गहराई से उतरते हैं, उन्हें ऐसी जटिलताओं का सामना करना पड़ता है जो आसान समझ से परे हैं और इन जटिलताओं को समझने की क्वेस्ट एक ऐसा ही उपहार है जो इन सब गहराइयों की समझ देता है।
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