सीधे मुख्य सामग्री पर जाएं

पचास साल में कैसा रहा हिमाचल की लाइफलाइन HRTC का सफ़र

1974 से लेकर 2024 तक HRTC का सफ़र

उप मुख्यमंत्री ने एचआरटीसी के संग्रहालय एवं वाल ऑफ हॉनर का किया शुभारंभ
स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निगम द्वारा 12 अक्टूबर को भव्य समारोह का होगा आयोजन



गब्बर सिंह वैदिक
उप मुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने आज हिमाचल पथ परिवहन निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य पर पुराना बस अड्डा शिमला में स्थित हिमाचल पथ परिवहन निगम के मुख्य कार्यालय में निर्मित संग्रहालय एवं वाल ऑफ हॉनर का लोकार्पण किया। इस अवसर उन्होंने कहा कि वाल ऑफ हॉनर के माध्यम से हम यहाँ पर हिमाचल पथ परिवहन निगम के सफर को जान सकेंगे। उन्होंने बताया कि 1974 से लेकर अब तक के फैसलों एवं अवार्ड्स अंकित किया गया है। इसके साथ-साथ हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों के मॉडल को भी अलग अलग स्थानों पर दर्शाया जा रहा है।
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे प्रदेश को निगम के 50 वर्ष पूर्ण होने पर गर्व होना चाहिए। निगम की बसों की सेवाएं दुर्गम क्षेत्रों तक है और लोगों को उनके गंतव्य स्थान तक पहुंचती है। हमारे बसों के ड्राइवर सबसे अचे अनुभवी है। उन्होंने कहा कि स्वर्ण जयंती के उपलक्ष्य पर निगम द्वारा 12 अक्टूबर होटल पीटरहॉफ को भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि निगम के बड़े में इस समय लगभग 3000 हजार बसों का फ्लीट है। प्रदेश में रेलवे एवं हवाई यात्रा कम होने से हिमाचल पथ परिवहन निगम की बसों का सफर महत्वपूर्ण हो जाता है।
एचआरटीसी को व्यापारिक नजरिये से नहीं, सामाजिक सरोकार की दृष्टि से देखने की आवश्यकता

मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि हिमाचल पथ परिवहन निगम को व्यापारिक नजरिये से नहीं देख सकते बल्कि सामाजिक सरोकार की दृष्टि से देखने की आवश्यकता है। हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रदेश के 70 लाख लोगों की लाइफ लाइन है। हमारे निगम की बसे दिन रात लोगों को सेवाएं दे रही है। रात्रि सेवाओं का असली राजा तो एचआरटीसी ही है। मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि प्रदेश में इस समय 94 प्रतिशत रूट हिमाचल पथ परिवहन निगम घाटे के रूट चला रही है परंतु जनसेवा की भावना से कार्य करते हुए घाटे के बावजूद निगम की बसें प्रदेश के लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाया जा सके।


प्रतिदिन 50 लाख की सब्सिडी दे रही एचआरटीसी

हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रत्येक दिन रियायती सफर पर लगभग 50 लाख रुपये की सब्सिडी दे रही है जिससे 27 श्रेणियां लाभान्वित हो रही हैं। निगम के कर्मचारियों एवं पेंशनरों को 08 महीने से समय पर सैलरी एवं पेंशन देने के प्रयास किये जा रहे है। निगम के कर्मचारी इसके सुदृढ़ीकरण पर दिन रात मेहनत कर रहे है जिससे आय में भी इजाफा देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में हिमाचल पथ परिवहन निगम के ड्रिवेरों एवं कंडक्टरों के लिए रहने सहने के अच्छे प्रबंध किये जायेंगे जिसके लिए एग्रीमेंट किया जा चूका है।



सरकार जल्द खरीदेगी 300 नई बसें

उप मुख्यमंत्री ने कहा कि आने वाले समय में हिमाचल प्रदेश की भौगोलिक स्थिति अनुसार बसों को डिज़ाइन करवाया जाएगा। सरकार जल्द ही 300 नई बसों की खरीद करने जा रही है जिसके लिए टेंडर हो चुका है। इसके साथ-साथ वॉल्वो बसों का सारा फ्लीट भी बदलने के प्रयास किए जा रहे है। इस समय निगम के बड़े में 24 वॉल्वो बसें है।
इस अवसर पर हिमाचल पथ परिवहन निगम प्रबंध निदेशक रोहन चंद ठाकुर सहित निगम के उच्च अधिकारीगण एवं अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

जीत कर भी कट्टर भाजपाइयों के घर मे निपट गयी भाजपा।एकमात्र मंडल अध्यक्ष योगेश भार्गव ने रखी थोड़ी लाज।

लोकेन्द्र सिंह वैदिक  लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया आनी:- मंडी संसदीय क्षेत्र से कँगना राणौत  लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह को हराकर संसद में पहुँच चुकी है।मंडी संसदीय क्षेत्र से आनी के विधायक लोकेन्द्र कुमार को छोड़कर सभी भाजपा के विधायक अपनी अपनी विधानसभा से कँगना राणौत को बढ़त दिलवाने में कामयाब रहे।अगर आनी विधानसभा की बात करें तो विक्रमादित्य सिंह को 8328 मतों की बढ़त मिली है।यहां तक कि विधायक लोकेंद्र कुमार की अपने बूथ पर भाजपा की दुर्गति है।विधायक के अपने बूथ आनी-2 पर कांग्रेस को बढ़त है।जहाँ पर कँगना राणौत को 186 मत व विक्रमादित्य सिंह को 298 मत मिले हैं।जहां से कांग्रेस को 112 मतों की बढ़त मिली है।अगर विधायक की पत्नी सुषमा देवी की बात करें जो खनी बटाला से पंचायत समिति सदस्या है।यहां पर भी सभी बूथों पर भाजपा के खस्ताहाल है।इनके अपने बूथ खुन्न में कँगना राणौत को 299 मत मिले जबकि विक्रमादित्य को 491 मत पड़े।इस बूथ से कांग्रेस को 192 मतों की बढ़त है।अब बात करते हैं पंचायतीराज प्रकोष्ठ हिमाचल प्रदेश अध्यक्ष व लोक सभा चुनाव प्रभारी अमर ठाकुर की को जो पूर्व में ए पी एम सी कुल्लु लाहौल स्

महीनों से गायब सहायक अध्यापिका रहीं गणतंत्र दिवस पर अनुपस्थित,अवैतनिक छुट्टी के कारण सैकड़ों बच्चों का भविष्य अधर में।

  जयचंद लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया सोनभद्र/म्योरपुर/लीलाडेवा   शिक्षा क्षेत्र म्योरपुर के  अंतर्गत ग्राम पंचायत लीलाडेवा के कम्पोजिट विद्यालय लीलाडेवा में सहायक अध्यापिका रानी जायसवाल विगत जनवरी 2021से तैनात हैँ और प्रायः अनुपस्थित चल रही है।इस प्रकरण में खण्ड शिक्षा अधिकारी महोदय म्योरपुर श्री विश्वजीत जी से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि सहायक अध्यापिका रानी जायसवाल अनुपस्थित चल रही हैँ अवैतनिक अवकाश पर है, उनका कोई वेतन नही बन रहा है। उधर ग्राम प्रधान व ग्रामीणों द्वारा दिनांक 27/12/2023 को ब्लॉक प्रमुख म्योरपुर व श्रीमान जिलाधिकारी महोदय सोनभद्र को लिखित प्रार्थना पत्र देने बावत जब ब्लॉक प्रमुख श्री मानसिंह गोड़ जी से जानकारी ली गयी तो उन्होंने बताया कि प्रार्थना पत्र पर कार्यवाही हो रही है श्रीमान मुख्य विकास अधिकारी महोदय  सोनभद्र  को मामले से अवगत करा दिया गया है।424 गरीब आदिवासी  छात्र- छात्राओं वाले   कम्पोजिट विद्यालय लीलाडेवा में महज 6 अध्यापक,अध्यापिका हैँ।विद्यालय में बच्चों की संख्या ज्यादा और अध्यापक कम रहने से बच्चों का पठन - पाठन सुचारु रूप से नहीं हो पा रही है जिससे गरी

खण्ड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही से शिक्षा व्यवस्था बेपटरी,निर्माणाधीन विद्यालय भवन चढ़े भ्र्ष्टाचार की भेंट

  जयचंद लोकल न्यूज़ ऑफ इंडिया बीजपुर/सोनभद्र  प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी और महत्वकांक्षी निपुण भारत लक्ष्य और डीबीटी योजना म्योरपुर ब्लॉक में सुचारु रूप से चलती नजर नहीं आ रही है।योजना को शत प्रतिशत अंजाम तक पहुंचाने की जिम्मेदारी खण्ड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर को शौपी गयी है लेकिन बीईओ की उदासीनता और लापरवाह कार्यशैली से ना बच्चे निपुण हो रहे हैँ और ना ही डीबीटी योजना का धन अभिभावकों तक पहुंच रहा है।बताया जा रहा है कि खण्ड शिक्षा अधिकारी म्योरपुर भवन निर्माण कराने वाले शिक्षकों और भगोड़े को प्रशिक्षण और बोर्ड परीक्षा ड्यूटी के नाम पर संरक्षण देने में ही अपना पुरा ध्यान लगा रखे हैँ।ऐसे में विद्यालयों में पठन पाठन का माहौल खत्म हो गया है।        शुक्रवार को म्योरपुर ब्लॉक के जरहा,किरबिल,सागोबाँध और म्योरपुर न्याय पंचायत के विभिन्न गांव में पहुँचे भाजपा के प्रतिनिधि  मंडल को ग्रामीणों ने बताया कि शिक्षक विद्यालय नहीं आते हैँ तो विद्यालय के बच्चे निपुण कैसे होंगे।         मण्डल अध्यक्ष मोहरलाल खरवार को ग्रामीणों ने बताया कि  बच्चों को किताबें पढ़ने नहीं आती   लेकिन खण्ड शिक्षा अधिकारी के दबा